Detailed Notes on Shiv Chalisa lyrics
Detailed Notes on Shiv Chalisa lyrics
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कीन्ही दया तहं करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥
अर्थ: हे भगवन, देवताओं ने जब भी आपको पुकारा है, तुरंत आपने उनके दुखों का निवारण किया। तारक जैसे राक्षस के उत्पात से परेशान देवताओं ने जब आपकी शरण ली, आपकी गुहार लगाई।
शिव चालीसा का पाठ पूर्ण भक्ति भाव से करें।
सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे ॥ ॐ जय शिव…॥
कहे अयोध्या आस तुम्हारी । जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
शंकर हो संकट के नाशन । मंगल कारण विघ्न विनाशन ॥
द्वादश ज्योतिर्लिंग मंत्र
त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥
सहस बदन तुम्हरो जस गावैं। अस कहि श्रीपति कण्ठ लगावैं।।
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कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥
तुम्हरो मंत्र बिभीषन lyrics shiv chalisa माना। लंकेश्वर भए सब जग जाना।।
कपालं त्रिशूलं कराभ्यां दधानं पदाम्भोजनम्राय कामं ददानम् ।